Microsoft server down: माइक्रोसॉफ्ट सर्वर में आई तकनीकी गड़बड़ी से दुनियाभर के IT सेक्टर से लेकर बैंकिंग तक प्रभावित

शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट सर्वर में आई तकनीकी गड़बड़ी ने दुनियाभर के IT सेक्टर से लेकर बैंकिंग तक को प्रभावित कर दिया है। हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के कई महत्वपूर्ण सॉफ़्टवेयर और ऐप्स के डाउन होने की वजह से यूज़र्स को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।


किस वजह से हुआ डाउन?


माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने की घटना 19 जुलाई, गुरुवार से शुरू हुई, जब कंपनी की Azure क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा के उपयोगकर्ताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ा। Azure, जो एप्लिकेशन और सेवाओं के निर्माण, तैनाती और प्रबंधन के लिए एक प्रमुख क्लाउड प्लेटफॉर्म है, में तकनीकी गड़बड़ी आई है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, Azure के बैकएंड इंफ्रास्ट्रक्चर में हुए कॉन्फ़िगरेशन बदलाव की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई।

Microsoft server down: सर्विसेज पर प्रभाव


माइक्रोसॉफ्ट के सर्विसेज जैसे आउटलुक, वनड्राइव, वननोट, एक्सबॉक्स एप, माइक्रोसॉफ्ट टीम, पावरबीआई, माइक्रोसॉफ्ट फेब्रिक, माइक्रोसॉफ्ट 365 एडमिन सेंटर, माइक्रोसॉफ्ट प्रिव्यू और वीवा एंगेज जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इन सेवाओं का उपयोग करने वाले विभिन्न क्षेत्रों, जैसे एयरपोर्ट, बैंक, मीडिया और टेलिकॉम, में काम ठप हो गया है। इसके अतिरिक्त, अमेरिका की आपातकालीन सेवा 911 भी बंद हो गई है। कई एयरलाइंस ने अब मैनुअल टिकट बुकिंग शुरू कर दी है।

माइक्रोसॉफ्ट का बयान
माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी Azure क्लाउड सॉफ्टवेयर स्टेट रिपोर्ट साइट पर बताया कि सर्विस मैनेजमेंट ऑपरेशन और कनेक्टिविटी में समस्या उत्पन्न हुई है। हालांकि, सर्वर डाउन होने की वास्तविक वजह और इसके पैमाने के बारे में विस्तृत जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है, लेकिन कंपनी ने कहा है कि वह इस समस्या को हल करने के लिए लगातार काम कर रही है। माइक्रोसॉफ्ट ने स्थिति में सुधार की आशा जताई है और यूज़र्स को विश्वास दिलाया है कि समस्याओं को शीघ्र ही दूर किया जाएगा।

क्राउडस्ट्राइक की भूमिका
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर सिक्योरिटी कंपनी क्राउडस्ट्राइक ने हाल ही में एक सॉफ्टवेयर अपडेट जारी किया था, जो गलती से विंडो डिवाइसों पर ब्लू स्क्रीन क्रैश का कारण बन गया। बीबीसी के साइबर संवाददाता ने बताया कि अगर यह विंडोज मुद्दा होता तो इसका असर कहीं अधिक गंभीर हो सकता था। क्राउडस्ट्राइक ने कंटेंट डिप्लॉयमेंट से जुड़ी समस्या का पता लगा लिया है और उसे सुधार लिया है।

शेयर मार्केट में आई गिरावट

दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में शुक्रवार को आए ग्लोबल आउटरेज ने हर तरफ तहलका मचा दिया है। इस तकनीकी गड़बड़ी की वजह से ऑयल, स्टॉक, करेंसी और बॉन्ड में भी कामकाज पर असर पड़ा है। भारत समेत दुनिया के कई देशों में लैपटॉप और उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि हम अपने सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर समस्या को हल करने के प्रयास में जुटे हुए हैं।

कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया अपने निचले स्तर पर बंद हुआ है। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप से एशियाई समकक्षों में गिरावट के दबाव को रोकने में मदद मिली है। दरअसल, दो बड़े विदेशी बैंकों की लगातार डॉलर बिड ने करेंसी पर दबाव डाला है।

माइक्रोसॉफ्ट के इस घटनाक्रम के बाद, सोशल मीडिया पर कई लोग अपनी स्क्रीन के फोटो डालने के साथ-साथ ‘स्क्रीन टाइम’ पर कुछ पोस्ट्स और मीम्स भी शेयर कर रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, एक नॉर्मल और हेल्दी हार्ट में ‘इलेक्ट्रिक सिग्नल’ धड़कनों को कंट्रोल करते हैं, लेकिन जब ये इलेक्ट्रिक संकेत बिगड़ जाते हैं, तब दिल का ऊपरी हिस्सा सिकुड़ने के बजाय कांपने लगता है। इससे धड़कनों की रफ्तार बिगड़ जाती है।

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