सूचना सेठ केस: बच्चे की हत्या करने के बाद सूचना ने खुद भी की आत्महत्या की कोशिश, जानें क्यों की मां ने बच्चे की हत्या

सूचना सेठ केस: अपने चार वर्षीय मासूम बच्चे की सीईओ मां सूचना सेठ ने हत्या कर दी। और फिर शव को बैग में रखकर टैक्सी से कर्नाटक को निकल गई, जहां से सूचना को गिरफ्तार कर लिया गया। जिस किसी ने भी इस मामले को सुना वो सभी हैरानी में पड़ गया। 

दम घुटने से हुई बच्चे की मौत

4 साल के जिस बच्चे की सीईओ मां सूचना सेठ ने हत्या की थी उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है।  रिपोर्ट के अनुसार बच्चे की मौत दम घुटने से हुई। इतनी ताकत के साथ बच्चे का चेहरा दबाया गया था कि उसकी नशें तक बाहर आ गईं थीं। डॉक्टर के अनुसार, बच्चे का गला घोंटा गया था। हो सकता है तकिया से दबाकर उसका गला घोंटा गया हो। उसके चेहरे पर तकिया रखा गया हो।

सूचना ने की आत्महत्या की कोशिश

वहीं अपने बच्चे की हत्या करने के बाद सूचना ने अपना बायां हाथ काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की। मगर, उसके बाद उसका मन बदल गया। और उसने अपने बच्चे के शव को बैग में पैक किया और  30 हजार ₹ खर्च कर टूरिस्ट टैक्सी मंगवाई और बेंगलुरु के लिए निकल गई।

पति से हुआ तलाक

सूचना का उसके पति के साथ तलाक हो गया था और कोर्ट के फैसले के अनुसार पति अपने बेटे से हर रविवार को मिल सकता था।  लेकिन सूचना नहीं चाहती थी की उसका पति उसके बेटे से मिले जिस कारण उसने अपने बेटे की निर्मम हत्या कर दी।

डिप्रेशन में थी सूचना

वहीं मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि पति के साथ तनावपूर्ण संबंधों के चलते महिला ने इस खौफनाक कृत्य को अंजाम दिया है। सूचना सेठ से गोवा पुलिस पूछताछ कर रही है।  कोर्ट के फैसले के बाद सूचना डिप्रेशन में आ गई क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि उसका पति बच्चे से कभी दोबारा मिले। 

कौन है सीईओ सूचना सेठ

एक स्टार्ट-अप कंपनी की 39 वर्षीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सूचना सेठ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में जाना पहचाना नाम है।  वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एथिक्स एक्सपर्ट, डेटा साइंटिस्ट और स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल एआई लैब की फाउंडर और सीईओ है। ‘लिंक्डइन’ से मिली जानकारी के अनुसार वह एआई एथिक्स एक्सपर्ट और डेटा सांइटिस्ट हैं। उनके पास प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण में पेटेंट भी है। वह एआई एथिक्स सूची में 100 प्रतिभाशाली महिलाओं में भी शामिल रही हैं। वह डेटा एंड सोसाइटी में मोजिला फेलो, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के बर्कमैन क्लेन सेंटर और रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट में शोधकर्ता रह चुकी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *