अल्मोड़ा:  लोकगायक प्रकाश फुलारा का निधन, बीमार बेटे के इलाज कराने के मकसद से आ रहे थे घर

रामनगर के ढिकुली में उफान पर आए नाले में एक कार बह गई,जिसमें दिल्ली से रानीखेत जा रहे आठ लोग सवार थे।जिसमें उत्तराखंड के लोकगायक प्रकाश फुलारा का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। जिसके बाद से पूरे कुमाऊं मंडल में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।

बैसी में शामिल होने के लिए जा रहे थे द्वाराहाट

रामनगर के ढिकुली में उफान पर आए नाले में रात्रि में दो बजे एक कार बह गई जिसके बाद ग्रामीणों ने मिलकर सभी को नाले से निकालकर अस्पताल भेजा। जिसमें सुशीला अस्पताल हल्द्वानी में लोकगायक प्रकाश फुलारा की मृत्यु हो गई। लोकगायक बिशन हरियाला ने बताया कि दिल्ली से पूजा (बैसी) में शामिल होने के लिए सभी लोग गांव गनोली बाबन द्वाराहाट जा रहे थे। लोक गायकी के साथ प्रकाश फुलारा दिल्ली में प्राइवेट नौकरी कर जैसे तैसे परिवार का भरण पोषण कर रहा था। घर पर वृद्ध मां लीला देवी, पत्नी रितु के साथ ही चार पुत्रियां व एक पुत्र रहता है। बेटा विनय भी हृदय संबंधी व्याधि से पीड़ित है।लोकगायक प्रकाश अपने बीमार पुत्र का दिल्ली में इलाज कराने के मकसद से गांव आ रहे थे। अपनी पत्नी को भी उसने साथ ले जाने वाले थे।  मगर नियति का खेल देखिए कि बेटे और बेटियों के सिर से ही पिता का साया छीन गया। वहीं लोकगायक प्रकाश की मौत से पत्नी और मां बेसुध हैं।

सामाजिक कार्यों में भी देते थे बखूबी योगदान

लोकगायक प्रकाश फुलारा ने बचपन से ही सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दिया, रामलीला मंचन से भी उन्होंने लोगों का मन मोहा। सराईखेत इंटर कॉलेज अल्मोड़ा से पढ़ाई के दौरान उन्होंने स्कूल राज्य प्रोग्राम में भी अपना योगदान दिया। उसके बाद राजनीति में पदार्पण भी आए और दो बार सरपंच रहे।उचा डानो मा सैम ज्यू को वासा’ प्रकाश फुलारा की पहली एल्बम है। कुमाऊंनी भजन की उनकी यह पहली एल्बम लोगों को खूब पसंद आई। तारा तेरी याद मा’ प्रकाश फुलारा की दूसरी एल्बम है। इस गाने में उन्होंने कॉलेज के दिनों में लड़के- लड़कियों की मौजमस्ती को प्राकृतिक सौंदर्य, सुराईखेत बाज़ार, चांदी के बटन, भोली अनवार, भलो हसना, भलो बुलाना जैसे कुमाऊंनी शब्दों के माध्यम से बड़ी ही सुंदरता से पिरोया है। इस एल्बम गाने युवाओं का मन मोह लिया । ‘दिल्ली की छोरी बड़े कमाल की’ प्रकाश फुलारा की तीसरी एल्बम है। रोमांटिक गाने वाली इस एल्बम के गाने को गढ़वाली, कुमाऊंनी औऱ हिमाचली जौनसारी भाषा में पिरोया गया है। प्रकाश फुलारा की चौथी एल्बम हिट रितु मासी बाजार’ जल्द ही रिलीज होने वाली है।

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