मृत प्रियजन फिर से आ रहे सामने, लोग कर रहे लाखों रुपए का खर्चा
विज्ञान कथाओं या फंतासी फिल्मों में किसी मृत व्यक्ति को डिजिटल अवतार के जरिए जीवंत बना दिया जाता है। अक्सर लोगों की इच्छा होती है उनके मृत प्रियजन किसी न किसी रूप में उनके सामने फिर आ जाएं।
गंभीर बीमारी से पीड़ित प्रियजन की रिकॉर्डिंग तैयार कर रहे
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास ने एक हद तक ये संभव कर दिया है। हालांकि ये काम फिलहाल आसान नहीं है। इसके लिए बड़ी मात्रा में मृत व्यक्ति से जुड़ी वीडियो और ऑडियो रिकार्डिंग्स की जरूरत पड़ती है। कई लोग खुद के वीडियो और ऑडियो के रिकार्ड्स बना रहे हैं, तो कुछ लोग गंभीर बीमारी से पीड़ित प्रियजन की रिकॉर्डिंग तैयार कर रहे हैं, ताकि उनके न रहने पर एआई अवतार तैयार किया जा सके।
पिता के कैंसर से पीड़ित होने के बाद हो गए थे दुखी
कैलिफोर्निया में रहने वाले जेम्स व्लाहोस को 2016 में जब पिता के कैंसर का पता चला तो वे बहुत दुखी हुए। जेम्स कहते हैं, ‘मैं अपने पिता से बहुत प्यार करता हूं। उन्हें खोने का अहसास काफी तकलीफदेह था।’ जेम्स ने तय किया की जब तक पिता जीवित हैं, वे उनकी ज्यादा से ज्यादा स्मृतियां सहेजेंगे। उन्होंने रोजाना कई घंटों तक उनसे बात करके उनकी लाइफ स्टोरी रिकॉर्ड की।
पिता का एआई अवतार बनाने के लिए रिकार्डिंग्स का इस्तेमाल किया
संयोग से जेम्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में करिअर तलाश रहे थे। इसलिए उन्होंने पिता का एआई अवतार बनाने के लिए इन रिकार्डिंग्स का इस्तेमाल किया। जेम्स के पिता जॉन का 2017 में निधन हो गया, लेकिन इससे पहले जेम्स ने जो रिकॉर्ड किया था। उसे एआई- संचालित चैटबॉट में बदल दिया। ये चैटबॉट उनके पिता की आवाज में उनसे जुड़े सवालों के जवाब दे सकता है। दुनियाभर में ऐसी दर्जनों कंपनियां हैं, जो मृत व्यक्ति का डिजिटल वर्जन तैयार करती हैं। हियरआफ्टरएआई के यूजर प्रियजन की तस्वीरें एक एप में अपलोड कर सकते हैं। जब वे एप यूज करते हैं तो स्मार्ट फोन या कंप्यूटर की स्क्रीन पर प्रियजनों को जीवंत देख सकते हैं। दक्षिण कोरिया की कंपनी डीपब्रेन एआई लोगों को एआई चैटबॉट में बदल देती है।