चार साल बाद भी कनारीछीना सड़क मार्ग के लिए नहीं मिला बजट, युवा कर रहे पलायन
भैसियाछाना विकास खंड के कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग के लिए चार साल बाद भी बजट पारित नहीं हो पाया। बताते चलें कि सन् 2021 में पूर्व विधायक रघुनाथ चौहान के द्धारा इस सड़क के लिए स्वीकृति दी थी। खंड लोकनिर्माण विभाग,वन विभाग से एनओसी मिलने के बाबजूद भी ये सड़क मार्ग को आज तक बजट पारित नहीं हुआ।
युवा सड़क की वजह से कर रहे पलायन
कनारीछीना बिनूक सड़क मार्ग के अंतर्गत पतलचौरा,चिमचुआ गांव अनुसूचित जाति का बाहुलि गांव है। उत्तराखंड सरकार बोलती है हम अनुसूचित जाति के लोगों के लिए हर चीज मुहैया कराते हैं। लेकिन रीठागाड़ क्षेत्र के पतलचौरा व चिमचुआ गांव उत्तराखंड पृथक राज्य बनने के बाद भी सड़क न होने से जूझ रहे हैं।
पतलचौरा गांव से कनारीछीना दो किलोमीटर चढ़ाई व दो किलोमीटर ढलान से स्कूली बच्चे व गर्भवती महिलाओं को इस रास्ते से बरसात के सीज़न में आने जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर आना जाना होता है।
प्रताप सिंह नेगी ने बताया कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग के अभाव के कारण गांव रीम, पिपल खेत, पतलचौरा, चिमचुआ,बिनकू आदि गांवों के युवा सड़क के कारण पलायन की रफ्तार पकड़ रहे हैं।