फार्मासिस्ट के अधीन चल रहा कनारीछीना अस्पताल , चार सालों से अधर में लटका है भवन निर्माण कार्य
भैसियाछाना विकास खंड के रीठागाड़ क्षेत्र का कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन चार साल बीत जाने के बाद बजट नहीं मिलने के कारण अधर में लटका है।
चंद दिनों तक चला भवन निर्माण कार्य
बताते चलें कि सन 2021में पूर्व विधायक रघुनाथ चौहान के अथक प्रयासों से कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य दो करोड़ सोल्ह लाख रुपए मंजूरी से चालू हुआ। चंद दिनों तक ये अस्पताल भवन निर्माण कार्य चला उसके बाद बंद हो गया। चार साल बीत जाने के बाद इस अस्पताल भवन निर्माण कार्य के बजट के लिए शासन प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रैंगी।
एक तरफ सरकार बोल रही है हम उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। लेकिन चार साल बीत जाने के बाद कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन को बजट नहीं मिल पा रहा है यही स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रही है।
फार्मासिस्ट के अधीन चल रहा प्राथमिक अस्पताल
एक तरफ कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण अधर में दूसरी तरफ किराए पर संचालित अस्पताल में सिर्फ एक फार्मासिस्ट के अधीन ये प्राथमिक अस्पताल छोड़ा गया।कनारीछीना अस्पताल के आयुर्वेदिक डाक्टर व आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट व ऐलोपैथिक डाक्टर धौलछीना अस्पताल में अटैच हैं। कनारीछीना अस्पताल के अंतर्गत छह सात ग्राम पंचायतों के ग्रामीण अस्पताल में डॉक्टर व अन्य स्टाफ ने होने से परेशान हैं।
डोली के सहारे चल रही गाड़ी
प्रताप सिंह नेगी ने आपत्ति जताते हुए कहा दूरदराज के गांवों सड़कों के अभाव से ग्रामीण जैसे तैसे अपने परिजनों को डोली के सहारे कनारीछीना लाते हैं यहां के आयुर्वेदिक डाक्टर व आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट व ऐलोपैथिक डाक्टर धौलछीना अटैच हैं
नेगी ने बताया बड़े दुर्भाग्य की बात है कि हमारे रीठागाड़ क्षेत्र के स्वास्थ्य व सड़कों के अभी तक अभाव है।