पोषण माह कार्यक्रम के अन्तर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा पोषण से सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित
दिनांक-18-09-2024 को पोषण माह कार्यक्रम के अन्तर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा पोषण से सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ० रेनू जोशी द्वारा पोषण सप्ताह 2024 का ऐतिहासिक संदर्भ, पोषण के महत्व, पोषण पर सरकार द्वारा अब तक क्या-क्या पहल की गई है, और राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2024 की थीम के सम्बन्ध में छात्र/छात्राओं को विस्तृत जानकारी दी गई।
पोषण तत्वों के संरक्षण के सुझाव पर हुई विस्तृत चर्चा
इस दौरान यह भी बताया कि किसी भी भोजन में वांछित मात्रा में सभी पोषण तत्व नहीं होते हैं। इसलिये हमारे शरीर के समुचित विकास के लिये संतुलित आहार खाने की आवश्यकता है, ताकि हम ऊर्जा से भरपूर रहें, शारीरिक और मानसिक हर तरह का काम करने में सक्षम हो, वनज उठाने में सक्षम हो, पढ़ाई में कंसंट्रेट कर पायें, फोकस कर पायें, और याददाश्त शक्ति मजबूत रहे, क्योंकि भोजन क्षतिग्रस्त काशिकाओ ऊतको को मरम्मत कर हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाये रखने में सहायक होती है इस प्रकार पोषक तत्व कार्बोहाइडेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज तत्व, इत्यादि के महत्व, प्राप्ति के साधन और इनकी कमी से होने वाले प्रभावों की जानकारी देते हुए भोजन को अधिक पौष्टिक बनाने और पोषण तत्वों के संरक्षण के सुझाव पर विस्तृत चर्चा की।
स्वस्थ्य जीवन के लिए पौष्टिक भोजन है अति आवश्यक
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० साधना पन्त ने छात्र/छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में भोजन में पौष्टिकता कम हो गयी है, जिसमें विभिन्न समूहों के खाद्य पदार्थों का समावेश इस प्रकार हो कि वह शरीर की आवश्यकता के अनुसार समस्त पोषण तत्वो की पूर्ति कर सके, बढ़ते हुए बच्चे, किशोर बालिकाएँ, गर्भवती महिलायें, कुपोषित बच्चों व बीमार व्यक्तियों को संतुलित आहार की आवश्यकता अन्य वर्गों की अपेक्षा अधिक मात्रा में होती हैं, इसलिये आप लोग युवा है और आप लोगों को भी पौष्टिक भोजन की अत्यन्त आवश्यकता है जिससे आप एक स्वस्थ जीवन जी सकें।
कार्यक्रम में उपस्थित जन
कार्यकम में हेमन्त कुमार बिनवाल, सुश्री रेनू असगोला, समस्त प्राध्यापक एंव कर्मचारी उपस्थित रहे।