पी रहा है इंडिया! गर्मी में अंग्रेजी-देसी शराब की बिक्री में जबरदस्त इजाफा
इसे चुनाव का असर कहें या फिर बिहार में शराब बंदी। या फिर कच्ची शराब को लेकर आबकारी विभाग की प्रभावी कार्रवाई का नतीजा। शराब बिक्री में तीन साल के आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं कि अंग्रेजी और देसी शराब की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है। हालांकि बीयर की बिक्री में कमी दर्ज की गई है। जबकि गर्मी में बीयर की खपत बढ़ जाती है।
आबकारी विभाग की ओर से जारी पिछले तीन वर्ष के आंकड़ों में जनवरी से मई माह के बीच शराब की खपत के आंकड़े से साफ है कि देशी और अंग्रेजी शराब की खपत में इजाफा हुआ है। वर्ष 2022 में जनवरी से मई महीने में देसी शराब की बिक्री 7236142 लीटर थी। जो चालू वर्ष में 11009711 लीटर पहुंच गई है।
देसी शराब की बिक्री में 50 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी
यानी दो साल में देसी शराब की बिक्री में करीब 50 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है। इसी तरह अंग्रेजी शराब की बिक्री 2022 में इसी अवधि के दौरान 2484423 बोतल की थी जो कि चालू वर्ष के शुरुआती पांच महीने में 3254976 पहुंच गई है। ऐसे में तीन साल में अंग्रेजी शराब की बिक्री में 30 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
बीयर की बिक्री में कमी दर्ज
हालांकि बीयर की बिक्री में कमी दर्ज की गई है। 2022 में जनवरी से मई महीने के बीच बीयर की 7797675 केन बिकी थी। जो 2023 में बढ़कर 9230275 केन तक पहुंच गई। लेकिन वर्ष 2024 में जनवरी से मई महीने के बीच बीयर की बिक्री घटकर 9109691 रह गई। वैसे देसी शराब की बिक्री की एक बड़ी वजह कीमतों में कमी भी है। पहली अप्रैल से 54 रुपये में मिलने वाला देसी का ट्रेटा पैक 50 रुपये में बिक रहा है।
आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार चुनाव को लेकर शराब की बिक्री में इजाफा हुआ है। इसमें देसी व अंग्रेजी शराब का हिस्सा अधिक है। वहीं बीयर की बिक्री इस दौरान कम हुई है।