श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस सुनाई महाभारत प्रसंग कथा
श्री रामलीला समिति महानगर द्वारा श्री रामलीला मैदान सेक्टर सी, महानगर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस समिति के अध्यक्ष ललित मोहन जोशी ने उपस्थित जनसमूह का स्वागत किया इसके उपरांत पंडित अंकित शास्त्री द्वारा महाभारत प्रसंग की कथा सुनाई गई।
भारत में विज्ञान बहुत पहले से था
कथा का प्रारंभ रमेश रस्तोगी एवं शीला रस्तोगी द्वारा पूजन के उपरांत हुआ। पंडित अंकित शास्त्री महाराज ने भागवत कथा में बताते हुए कहा कि इंसान का सच्चा मित्र वही है जो जो मुसीबत में भी साथ रहता है। द्रौपदी के साथ श्री कृष्ण ने मित्रता निभाते हुए भरी सभा में द्रोपदी की लाज रखी। कर्ण ने यह जानते हुए भी कि दुर्योधन गलत व्यक्ति है फिर भी अन्त समय तक कर्ण ने मित्रता का कर्तव्य निभाया। लोग कहते हैं कि आज विज्ञान ने बहुत प्रगति कर ली है जबकि विज्ञान तो पुरातन काल से है। विज्ञान के कारण ही संजय ने राजमहल में बैठे बैठे अंधे धृतराष्ट्र को कुरूक्षेत्र में हो रहे युद्ध सजीव वर्णन सुनाया। कर्ण के कवच कुंडल आज के बुलेट प्रूफ रक्षा कवच ही तो थे। हमारे शास्त्रों में विज्ञान के बहुत से दृष्टांत मिल जाते हैं। भारत में विज्ञान बहुत पहले से था।
इस अवसर पर उपस्थित जन
इस अवसर पर रामलीला समिति की सभी पदाधिकारी विशेष रूप से महासचिव हेम पन्त, दीपक पांडे दीनू, गिरीश जोशी, संजय श्रीवास्तव, संजय पांडे, कन्हैया पांडे,आनंद सिंह, नवीन पांडे, देवेंद्र मिश्रा, अनिल जोशी, बृजेश मेहता, हरीश लोहुमी,तारा जोशी, फ्लाइंग आफीसर बी.पी.पांडें, भारती पांडे, सुजाता शर्मा, भावना लोहुमी, अनुराधा भट्ट, पूनम बोरा,हेमा जोशी,कुणाल पन्त, सर्वजीत सिंह बोरा, मुनालश्री विक्रम बिष्ट, रिचा जोशी,विनोद पन्त बीनू, दीपेश पांडे आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित थे।
रामलीला समिति के मीडिया प्रभारी देवेंद्र मिश्रा ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा रामलीला मैदान महानगर में 3 जुलाई 2025 तक प्रतिदिन सांय 5:30 बजे से 8:00 बजे तक होगी ।