विद्यार्थियों ने सीखे उद्यमिता के विविध आयाम, सफल उद्यमी के गुणों पर हुई विस्तार से चर्चा
देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत संचालित 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तृतीय दिवस का आयोजन दिनांक 08 अप्रैल 2025 को राजकीय महाविद्यालय, लमगड़ा (अल्मोड़ा) में उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। दिन की शुरुआत कार्यक्रम समन्वयक एवं नोडल अधिकारी डॉ. हेमन्त कुमार बिनवाल द्वारा की गई। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से पिछले दिवस में सीखी गई बातों को साझा करने को कहा, जिससे सहभागिता, स्मरण शक्ति और संवाद कौशल को प्रोत्साहन मिला।
एक सफल उद्यमी के गुणों पर विस्तार से चर्चा की
अवनीश कुमार (परियोजना अधिकारी) ने सत्र का नेतृत्व करते हुए एक सफल उद्यमी के गुणों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि उद्यमिता केवल व्यवसाय नहीं, बल्कि सोचने और कार्य करने का एक नया दृष्टिकोण है। उन्होंने प्रतिभागियों को अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर निकलकर नए अवसरों की तलाश करने की प्रेरणा दी। सत्र में समय प्रबंधन पर भी विशेष बल दिया गया, जिसमें यह बताया गया कि कैसे किसी कार्य को लक्ष्य निर्धारित कर समयबद्ध ढंग से पूरा किया जा सकता है। यह भाग विशेष रूप से प्रभावशाली एवं प्रेरणादायक रहा।
श्री आशीष शुक्ला (मेंटर) ने विद्यार्थियों को उद्यमिता से संबंधित विभिन्न संस्थानों की जानकारी दी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि किस प्रकार ये संस्थाएं नवोदित उद्यमियों को प्रशिक्षण, मार्गदर्शन एवं संसाधन प्रदान करती हैं। उनकी प्रस्तुति व्यावहारिक, शोधपरक और मार्गदर्शक रही।
प्रतिभागियों ने पूरे सत्र में उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने अपने विचार साझा किए, प्रश्न पूछे तथा वक्ताओं से व्यावसायिक एवं व्यक्तिगत विकास के संदर्भ में सुझाव प्राप्त किए। संवादात्मक शैली ने सत्र को और अधिक प्रभावशाली बनाया।
इस अवसर पर उपस्थित जन
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रेनू जोशी, रेनू असगोला एवं धर्मेंद्र सिंह नेगी सहित छात्र-छात्राओं में गौरव सिंह बिष्ट, दीपा पांडे, पूजा रावत, सरिता नेगी, प्रियंका पांडे, माया नेगी, नीरज कनवाल, राहुल ढैला, भावना धनखोला, मानसी पांडे, योगिता, मंजू बिष्ट, मोहित ढैला एवं काजल टोलिया सहित अनेक विद्यार्थियों की सक्रिय उपस्थिति रही। सभी प्रतिभागी पूरे उत्साह एवं रुचि के साथ कार्यक्रम में सहभागी बने रहे।
विद्यार्थियों ने सीखे उद्यमिता के विविध आयाम
कार्यक्रम का कुशल संचालन नोडल अधिकारी डॉ. हेमन्त कुमार बिनवाल द्वारा किया गया। उन्होंने न केवल पूरे कार्यक्रम को सुव्यवस्थित रूप से संचालित किया, बल्कि विद्यार्थियों को उद्यमिता के विविध आयामों को समझने, अपने विचार साझा करने तथा आत्मविश्वास के साथ सहभागिता निभाने के लिए प्रेरित भी किया। उन्होंने प्रतिभागियों को यह संदेश दिया कि सक्रिय भागीदारी ही सीखने की कुंजी है, जिससे उनके भीतर नवाचार और नेतृत्व क्षमता का विकास संभव हो सकेगा।