सब्जियों के मनमाने दाम पर रोक लगाने की प्रशासन की कवायद फीकी पड़ गई है। सब्जी विक्रेता सूची को दिखावा बताकर अपने फायदे के हिसाब से सब्जियां बेच रहे हैं।
विक्रेताओं की मनमानी के कारण लोगों की जेब हो रही ढीली
विक्रेताओं की मनमानी के कारण लोगों की जेब ढ़ीली हो रही है। बरसात में सभी प्रकार की सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। दामों पर अंकुश लगाने और मुनाफाखोरी को रोकने के लिए बीते दिन प्रशासन ने सभी विक्रेताओं को रेट लिस्ट चस्पा कर उसी हिसाब से सब्जियों की बिक्री के निर्देश दिये थे, लेकिन प्रशासन के आदेशों को दरकिनार कर अधिकांश सब्जी विक्रेता मनमाने रेट में सब्जियां बेच रहे हैं।अधिकांश सब्जी बेचने वालों ने दुकानों में रेट लिस्ट भी चस्पा नहीं की है। बुधवार को पड़ताल के दौरान अल्मोड़ा बाजार में सब्जियां तय कीमत से अधिक की बिकती मिली। वहीं, डीएम ने जिला पूर्ति विभाग को समय-समय पर औचक निरीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिये थे, विक्रेता निर्देश को हवाई साबित कर मनमाने दामों में सब्जियों को बेच रहे हैं। इससे आम जनता परेशान है।
गृहिणियों के रसोई का बजट बिगड़ा
वहीं महंगाई से गृहिणियों के रसोई का बजट बिगड़ गया है। सब्जियों के बढ़ते दामों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। पिछले माह तक 100 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर 200 रुपये किलो पहुंच गया है। टमाटर के दामों में अचानक आये उछाल से महिलाओं का रसोई का बजट पूरी तरह बिगड़ गया है। महिलाएं समित खर्चों के साथ ही रसोई चलाने का मजबूर हैं।
विगत दिवस अल्मोड़ा में सब्जियों के दाम ये रहे
प्याज 30
टमाटर 200
बैंगन 70
लौकी 40
आलू 30
कद्दू 60
अदरक 280
सिमला मिर्च 130