Almora-news गैराड़ गोलज्यू मंदिर में तीन दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित
सड़क और ढंग के पैदल मार्ग से गाँव अब भी वंचित
अल्मोड़ा। मेरा गांव मेरा तीर्थ; ग्राम दिवदिया निकट गैराड़ गोलज्यू मंदिर जिला अल्मोड़ा में तीन दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में देश भर के विभिन्न शहरों में बसे लगभग 100 मिश्र परिवार जनों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम की तैयारी लगभग चार माह पूर्व ईष्ट देव की प्रेरणा से गौरव मिश्र जी एवं प्रकाश चंद्र मिश्र के प्रयासों से शुरू हो गई थी इस पुनीत कार्य में सभी ग्राम वासियों ने अपने-अपने स्तर से तन,मन और धन से सहयोग किया। कार्यक्रम से पूर्व मंदिर का जीर्णोद्धार, साफ-सफाई, गांव के रास्ते एवं नौले की सफाई आदि का कार्य संपन्न कराया गया। कार्यक्रम के तहत 2 दिन श्री रामचरितमानस का अखंड पाठ और तीसरे दिन कुलदेवी पुष्टि देवी हेतु सप्तशती के पाठ का आयोजन हुआ। समस्त धार्मिक आयोजन आचार्य पंकज पन्त, पंडित सतीश पन्त तथा कुल पुरोहित पंकज कांडपाल के निर्देशन में संपन्न हुआ। बिनसर जीव अभ्यारण के पास प्राकृतिक वातावरण के बीच बसे गांव में चार-पांच दिन अपने अपने परिवार के साथ आए मिश्रा बंधुओं ने आध्यात्मिक एवं प्राकृतिक वातावरण का आनंद उठाया।
लोगों ने एकस्वर में कहा कि हमारी यह तीर्थ यात्रा अनवरत जारी रहेगी। लेकिन एक बात का दुख है कि क्षेत्रीय सांसद और सड़क परिवहन राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा जी का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद विकास के इस युग में ग्राम दिवदिया आज भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है।

गौरतलब है कि ग्राम दिवदिया कारगिल युद्ध में शहीद कैप्टन आदित्य मिश्रा का पैतृक गांव है और कारगिल शहीदों के गांवों में सड़क पहुंचाने की सरकारी घोषणा के बावजूद अभी तक ग्रामवासी मुख्य सड़क से 3 किलोमीटर का जंगल के बीच से उबड़-खाबड़ पैदल रास्ता तय कर गांव पहुंचते हैं। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने एकमत से प्रस्ताव पारित कर प्रशासन से सन् 2025 में अपने गांव हेतु स्वीकृत 03 किलोमीटर सड़क को तुरंत बनाए जाने का अनुरोध किया है जिससे दिवदिया गांव को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। कार्यक्रम में विशेष रूप से खजान चन्द्र मिश्र, हरीश चन्द्र मिश्र, कौस्तुभ चन्द्र मिश्र, देशदीपक मिश्र, चेतन मिश्र, देवेन्द्र मिश्र, प्रमोद मिश्र, पिनाकी मिश्र, भूपेश मिश्र, राकेश मिश्र, दीपक मिश्र, योगेश मिश्र, जितेन्द्र मिश्र, ललित मिश्र, विनोद मिश्र, हेम मिश्र, पंडित विष्णु शास्त्री, अजय मिश्र, अनिल मिश्र आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।