जागेश्वर धाम में अब अमर्यादित वस्त्र पहनकर प्रवेश पर लगेगा प्रतिबंध
जागेश्वर धाम में अब अमर्यादित वस्त्र पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। मंदिर समिति ऐसे श्रद्धालुओं को धोती उपलब्ध कराएगी। यह निर्णय मंगलवार को प्रशासन, मंदिर समिति और पुजारियों के बीच हुई बैठक में लिया गया। अंतिम निर्णय मंदिर समिति अध्यक्ष और जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे के अनुमोदन के बाद लिया जाएगा।
बैठक में पूजा शुल्क में बढ़ोतरी करने पर भी चर्चा हुई। पुजारियों ने बताया कि मंदिर में करीब दस वर्षों से दक्षिणा शुल्क यथावत है, जबकि इस दौरान महंगाई कई गुना बढ़ चुकी है। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि जाप, अनुष्ठान, रुद्राभिषेक, पार्थिव पूजन आदि में महंगाई के अनुसार सामग्री का अतिरिक्त शुल्क जोड़ा जाए। पूजा रसीदों का शुल्क पूर्ववत ही रखा जाएगा, लेकिन सामग्री का अतिरिक्त चार्ज जोड़ा जाएगा। विशेष रूप से जाप और अनुष्ठानों में 15 प्रतिशत तक सामग्री शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया।बैठक में यह भी तय किया गया कि पुजारियों के लिए ड्रेस कोड निर्धारित किया जाएगा, जिसमें धोती, कुर्ता, टोपी और गमछा अनिवार्य होगा। इन वस्त्रों के रंग का निर्धारण पुजारियों की सहमति से किया जाएगा। एसडीएम एनएस नगन्याल ने बताया कि पुजारियों के प्रस्तावों को जिलाधिकारी के समक्ष रखा जाएगा और उनके अनुमोदन के बाद कार्यवाही की जाएगी।पुजारियों ने यह भी मांग रखी कि बाहरी पुजारी जब अपने यजमानों के साथ अनुष्ठान कराने आते हैं तो वे सीधे दान मद में रसीद कटवा लेते हैं। इससे स्थानीय पुजारियों को कोई लाभ नहीं मिलता। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि बाहरी पुजारियों की रसीदें स्थानीय पुजारियों के नाम से ही कटवाई जाएं, जिससे उन्हें भी अंशदान प्राप्त हो।इस बैठक में एसडीएम जेंती-भनोली एनएस नगन्याल, कार्यवाहक प्रबंधक जागेश्वर मंदिर समिति बरखा जलाल, उपाध्यक्ष नवीन भट्ट, पुजारी प्रतिनिधि नवीन चंद्र भट्ट, बीईओ बीएस नेगी, हरीश चंद्र सुप्याल, शुभम भट्ट, गौरव भट्ट, पं. कैलाश चंद्र भट्ट, व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश भट्ट, हरीश भट्ट, बसंत बल्लभ भट्ट, केवल भट्ट, खीमानंद भट्ट, तारा चंद्र, रमेश चंद्र भट्ट, सागर भट्ट, पूरन चंद्र, प्रकाश चंद्र भट्ट, भगवान भट्ट आदि उपस्थित थे।