अल्मोड़ा में पर्यटन कारोबार ठप, सप्ताह भर में व्यवसायियों को 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का नुक़सान
तीन जिलों की लाइफलाइन अल्मोड़ा-हल्द्वानी एनएच-109 पर क्वारब में लगातार हो रहे भूस्खलन और गाड़ियों के फंसने से अल्मोड़ा जिले में पर्यटन कारोबार पूरी तरह चौपट हो गया है। कसारदेवी, अल्मोड़ा, जागेश्वर सहित कई अन्य पर्यटक स्थलों पर होटल और होमस्टे खाली हो गए हैं। होटल कारोबारियों ने कहा कि एक सप्ताह में होटल व्यवसाय में 60 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। उनके मुताबिक इस दौरान पर्यटन, होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी, ट्रांसपोर्ट और बाजार को पांच करोड़ रुपये से अधिक की चोट पहुंची है।

भारी वाहनों के आवागमन पर लगाई रोक
पुलिस प्रशासन ने बारिश के बीच क्वारब में कीचड़ में गाड़ियों के फंसने से प्रभावित हो रहे यातायात को देखते हुए भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई है। क्वारब में 150 मीटर ऊंचे हिस्से से लगातार भूस्खलन हो रहा है। इससे यहां से गुजरने वाले वाहनों के लिए आवाजाही खतरे से खाली नहीं है।
यही कारण है कि अल्मोड़ा, बागेश्वर या पिथौरागढ़ घूमने आने वाले पर्यटकों और अन्य लोगों की संख्या में काफी कमी आई है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव होटल व्यवसाय पर पड़ा है। गर्मियों में पर्यटकों से भरे रहने वाले होटल इस बार खाली हैं।
होटल व्यवसायियों को 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान
अल्मोड़ा नगर में 40 से अधिक होटल हैं। एक सप्ताह में इन होटल व्यवसायियों को 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। होटल व्यवसायियों का कहना है कि क्वारब में लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा सहित कई अन्य प्रदेशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है जिसका असर कारोबार पर पड़ रहा है।