- देहरादून। वन्यजीव संरक्षण की तमाम कोशिशों और दावों के बीच राज्य में वर्ष 2024 में हर तीसरे दिन एक तेंदुए की मौत हुई है। इसमें कई मौतों का कारण अज्ञात है।
सुरक्षा एजेंसियों ने बरामद की तेंदुए की खाल
सुरक्षा एजेंसियों ने तेंदुए की खाल भी बरामद की है।वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल तेंदुए की पहली मौत का मामला एक जनवरी का सामने आया था, इसके बाद लगातार मामले सामने आते रहे।
इस अवधि में 130 तेंदुओं की हुई मौत
पिछले साल राज्य में आखिरी तेंदुए की मौत 17 दिसंबर को रिपोर्ट हुई है। इस अवधि में 130 तेंदुओं की मौत हुई और तीन तेंदुओं की खाल को वन विभाग की टीम ने सीज की है।
60 तेंदुओं की मौत का अज्ञात कारण
60 की मौत का कारण अज्ञात वन विभाग की टीम ने तेंदुओं की मौत के कारणों को भी रिपोर्ट करता है। इसमें 60 ऐसे मामले हैं, जिनमें तेंदुओं की मौत का कारण अज्ञात है। इसके अलावा रोड एक्सीडेंट, ट्रेन से एक्सीडेंट जैसे अप्राकृतिक कारणों के चलते भी मौत हुई है। इसके अलावा आपसी संघर्ष और प्राकृतिक मौत के मामले भी रिपोर्ट हुए हैं।