12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम राजकीय महाविद्यालय, लमगड़ा में हुआ संपन्न
देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत संचालित 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय दिवस का आयोजन दिनांक 07 अप्रैल 2025 को राजकीय महाविद्यालय, लमगड़ा (अल्मोड़ा) में उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। जिसमें आयोजक उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड सरकार एवं एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (EDII), अहमदाबाद थी।
युवाओं को आत्मनिर्भर एवं उद्यमशील बनाने हेतु प्रेरित करना, प्रमुख उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर एवं उद्यमशील बनाने हेतु प्रेरित करना है। दिवस का शुभारंभ कार्यक्रम समन्वयक डॉ. हेमन्त कुमार बिनवाल द्वारा किया गया। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को देवभूमि उद्यमिता योजना का विस्तृत परिचय देते हुए उद्यमिता के महत्व, कार्यक्रम की मुख्य विशेषताओं, तथा इस प्रशिक्षण से मिलने वाले लाभों के विषय में बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को आत्मविश्वास के साथ नवाचार की दिशा में बढ़ने का संदेश भी दिया।
स्वरोजगार ही युवाओं को सशक्त बनाने का प्रमुख माध्यम
अविनाश कुमार (परियोजना अधिकारी) ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में स्वरोजगार ही युवाओं को सशक्त बनाने का प्रमुख माध्यम है। उन्होंने प्रतिभागियों को विचारशील बनते हुए स्वयं की व्यवसायिक पहचान बनाने के लिए प्रेरित किया। आशीष शुक्ला (मेंटर) ने अनेक यथार्थपरक एवं प्रेरणादायक उदाहरणों के माध्यम से उद्यमिता की बारीकियों को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने सहभागियों को आत्मविश्वास के साथ अपने विचार व्यक्त करने, संवाद में भाग लेने और चुनौतियों को अवसरों में बदलने की दिशा में प्रेरित किया। उनका संवाद प्रेरणास्पद एवं व्यवहारिक रहा।
कुल 45 प्रतिभागियों ने सक्रिय सहभागिता निभाई
प्राचार्य डॉ. रेनु जोशी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में अग्रसर करता है, बल्कि उनमें नेतृत्व क्षमता, निर्णय लेने की योग्यता एवं आत्मनिर्भरता की भावना भी विकसित करता है। उन्होंने प्रतिभागियों की उत्साही उपस्थिति (कुल 45 प्रतिभागी) की सराहना की और उन्हें इस कार्यक्रम से अधिकतम लाभ उठाने हेतु प्रोत्साहित किया।
द्वितीय दिवस में कुल 45 प्रतिभागियों ने सक्रिय सहभागिता की। उन्होंने वक्ताओं से संवाद स्थापित करते हुए अपने विचार साझा किए तथा जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया। प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रतिभागियों में नवाचार के प्रति उत्सुकता एवं व्यावसायिक दृष्टिकोण देखने को मिला।
कार्यक्रम में उपस्थित जन
कार्यक्रम का संचालन डॉ. हेमन्त कुमार बिनवाल द्वारा अत्यंत व्यवस्थित एवं प्रभावशाली ढंग से किया गया। उन्होंने पूरे सत्र को प्रेरणादायक, संवादात्मक एवं उद्देश्यपरक बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।