भारतीय आबादी में पाई जा रही आवश्यक न्यूट्रिएंट्स की कमी, एक्सरसाइज में भी पीछे हैं भारतीय
भारतीय लोगों में आवश्यक न्यूट्रिएंट्स की कमी पाई गई है जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में महिलाओं और पुरुषों दोनों में तीन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी पाई गई है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि भारतीय आबादी में आयरन, कैल्शियम, और फोलेट जैसे आवश्यक न्यूट्रिएंट्स की पर्याप्त मात्रा में कमी हो रही है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
महिलाओं और पुरुषों में न्यूट्रिशन की कमी
‘लैंसेट ग्लोबल हेल्थ’ (Lancet Global Health) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में महिलाओं में आयोडीन की कमी पुरुषों की तुलना में अधिक पाई गई है। इसके विपरीत, पुरुषों में जिंक और मैग्नीशियम की कमी महिलाओं की तुलना में अधिक पाई गई है। इसके अलावा, आयरन, कैल्शियम, और फोलेट की कमी महिलाओं और पुरुषों दोनों में आम है।
वैश्विक अध्ययन के निष्कर्ष
इस अध्ययन में न केवल भारत बल्कि 185 देशों की स्थिति का विश्लेषण किया गया, जिसमें यह निष्कर्ष निकला कि इन देशों में 15 महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी आम है। रिपोर्ट के अनुसार, विश्व भर में लगभग 70 प्रतिशत लोग पर्याप्त मात्रा में आयोडीन, विटामिन-ई, और कैल्शियम का सेवन नहीं करते। महिलाओं में आयोडीन, विटामिन बी12 और आयरन की कमी देखने को मिली, जबकि पुरुषों में मैग्नीशियम, विटामिन B6, जिंक, और विटामिन C की कमी पाई गई।
एक्सरसाइज में भी पीछे हैं भारतीय
‘लैंसेट ग्लोबल हेल्थ’ की जून 2022 की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आधी आबादी शारीरिक गतिविधियों में पीछे है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करती। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में एक्सरसाइज करने की प्रवृत्ति में गिरावट आई है। वर्ष 2000 में यह प्रतिशत 22% था, जो 2022 में 49.4% तक बढ़ गया। इसमें महिलाओं (57%) की तुलना में पुरुष (42%) अधिक सक्रिय रहते हैं, लेकिन फिर भी दोनों वर्गों में शारीरिक गतिविधियों की कमी चिंताजनक है।
इस रिपोर्ट के निष्कर्षों से स्पष्ट है कि भारतीय आबादी में पोषण और शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सुधार की आवश्यकता है, जिससे उनकी समग्र सेहत में सुधार हो सके।