अश्लीलता मुक्त भारत के संगठन ने जंतर-मंतर में दोबारा विरोध प्रदर्शन का किया ऐलान
अश्लीलता मुक्त भारत के संगठन ने 20 अप्रैल 2 बजे दिल्ली जंतर-मंतर में दोबारा विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है ।
अश्लीलता मुक्त भारत के संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पकंज पंथ ने कई वर्षों व लंबे समय से अश्लीलता मुक्त भारत के धरातलीय स्तर से अलग-अलग राज्यों में भ्रमण करके प्रिंट्स मिडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए शासन, शासन को अवगत कराया। उसके बाद दिल्ली जंतर-मंतर में अश्लीलता मुक्त भारत अभियान का विरोध प्रदर्शन भी किया। फिर इस अश्लीलता मुक्त भारत के संगठन में अन्य संस्थाओं संगठनों ने सहयोग दिया।
अश्लीलता मुक्त भारत जन जागृति अभियान जारी
आज़ हमारे देश में युवा पीढ़ी समाज अश्लील वीडियो,व फेसबुक पर गंदी गंदी फोटो अलग अलग प्रकार से ग़लत तरीके से फर्जी आईडी बनाकर प्रसारित करने का सिलसिला जारी है।
जिससे युवा पीढ़ी के छोटे-छोटे बच्चों व युवाओं व युवतियों पर इसका ग़लत असर पड़ने से इन लोगों का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है।
पंकज पंथ अश्लीलता मुक्त भारत के संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, विद्या रावत राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, इंद्रा मिश्रा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, आयरन लेडी रीना सिंह, परम् पूज्य गुरुदेव श्री श्री 108 कपालिक भुपराज सरभ़ंगी, कापालिक देवराज भैरव अध्यक्ष, बिशन सिंह हरियाला लोकगायक, आदि लोगों के द्बारा ये अश्लीलता मुक्त भारत
जन जागृति अभियान चलाया जा रहा है।

सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप नेगी ने दिया समर्थन
अलग-अलग संगठनों ने हमारे देश में आये दिन सनातन धर्म व हिन्दू समाज को धूमिल करने के विरोध में 20अप्रैल को 2बजे दिल्ली जंतर-मंतर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया।
अल्मोड़ा से प्रताप सिंह समाजिक कार्यकर्ता ने अश्लीलता मुक्त भारत के संगठन को अन्य संगठनों को इस मुहिम के लिए समर्थन दिया।
नेगी ने बताया इसे पूर्व में भी मैंने अश्लीलता मुक्त भारत अभियान के लिए इन संगठनों को समर्थन दिया था। आज़ हमारे देश में फर्जी आईडी से सोशल मीडिया आये दिन ग़लत विडियो व ग़लत तस्वीरें लोगों को मोबाइल पर आ रही है ये बिल्कुल ग़लत है इसके लिए शासन प्रशासन ने रोक लगानी चाहिए।
पांच दस सालों से अश्लील विडियो प्रसारित करने वाले, अश्लील तस्वीरें बनाने वाले दिन पर दिन सोशल मीडिया में बढ़ते जा रहे हैं। इससे युवा समाज के युवा वर्ग के लोगों का भविष्य गंदगी को जा रहा है।
इस प्रकार से सोशल मीडिया ग़लत चीजों का प्रसारण पर रोकथाम नहीं हुई तो पढ़ने वाले बच्चों का गलत असर पड़ने से बच्चों का भविष्य धीरे-धीरे खराब हो सकता है। वहीं उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं इससे हमारे देश की संस्कृति व सभ्यता के साथ साथ रिश्तों की मर्यादाएं भी धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही है।