छात्रों और कर्मचारियों ने सीखी तनाव मुक्त एवं खुश रहने की तकनीक

छात्रों और कर्मचारियों ने सीखी तनाव मुक्त एवं खुश रहने की तकनीक

सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय,अल्मोड़ा के मनोविज्ञान विभाग द्वारा ‘हाउ टू मेंटेन योर मेंटल हेल्थ’ विषयक चार दिवसीय कार्यशाला के तृतीय दिवस का शुभारंभ मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो0 मधुलता नयाल, विषय विशेषज्ञ डॉ0 वल्लरी कुकरेती ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इसके पश्चात कार्यशाला के तृतीय दिवस में प्रथम सत्र में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों एवं द्वितीय सत्र में विद्यार्थियों को कु0 मीना, सहायक प्राध्यापिका, सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोड़ा द्वारा भावनाओं की पहचान और स्वीकृति के चरण में प्रतिभागियों को उनकी भावनाओं को बेहतर समझने और व्यक्त करने के लिए विश्लेषणात्मक गतिविधियों के रूप में पेबल स्टोन का प्रयोग किया गया। सत्र को आगे बढ़ाते हुए शोधार्थी रजनीश कुमार जोशी ने मेंटल रेडिनेस तकनीकी से सभी प्रतिभागियों को तन तथा मन की शांति का अनुभव कराया।

तनाव मुक्त होने का अनुभव कराया

तत्पश्चात गाइडेड इमेजरी तकनीकों का उपयोग करके कल्पना  में रहकर शांति और तनाव मुक्त होने का अनुभव कराया गया तथा साथ ही साथ प्रोग्रेसिव मसल रिलैक्सेशन तकनीक के माध्यम से शरीर को विश्राम कराया गया।

लाफिंग  थैरेपी के द्वारा सत्रों का हुआ समापन

इसके पश्चात विषय विशेषज्ञ डॉ वल्लरी कुकरेती, सहायक प्राध्यापिका, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, डोईवाला देहरादून, ने अगले चरण में, विद्यार्थियों को अपने उद्देश्य को स्मार्ट गोल मैथड से पूरा करने के गुर सिखाए तथा पैसेंजर इन द बस , ड्रॉप द रोप जैसे तकनीको से कैसे विद्यार्थी बिना व्यवधान के अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं सिखाया गया। दोनों सत्रों के अंत में लाफिंग  थैरेपी के द्वारा सत्रों का समापन करवाया गया।

इस अवसर पर उपस्थित जन

इस अवसर पर गीतम भट्ट, रजनीश जोशी ने संचालन किया और विभाग के डॉ प्रीति टम्टा, डॉ रुचि कक्कड़, डॉ सुनीता कश्यप, डॉ कविता सिजवाली, डॉ पूजा, डॉ मीना सहित शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने सहयोग दिया।
कार्यक्रम विभिन्न विभागों के  कर्मचारी, एम0एड एवं बी0एड0 के प्रशिक्षणार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हुए।

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